
आर्य समाज प्रवेश पत्र ( सदस्यता आवेदन पत्र ) एवं सभासद पत्र
आर्य समाज प्रवेश पत्र ( सदस्यता आवेदन पत्र ) एवं सभासद पत्र – – – – – – – –
आर्य समाज प्रवेश पत्र ( सदस्यता आवेदन पत्र ) एवं सभासद पत्र – – – – – – – –
आर्य वीर दल सदस्यता विवरण – पत्र एवं प्रवेश पत्र – – – – – – – – – – आर्य वीर दल प्रवेश पत्र –
सैद्धान्तिक प्रवचन आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ( वैदिक प्रवक्ता) हम नियमित रुप से सैद्धान्तिक चर्चा आरम्भ कर रहे हैं। जो तर्क और प्रमाणों पर आधारित होगी। यदि आपको इस चर्चा में कोई प्रश्न उपस्थित हो तो अवश्य रखने की कृपा करेंगें। हमारा उद्देश्य केवल और केवल सत्य सिद्धान्तों का प्रचार करना है किसी के दिल को…
आर्य समाज के दस नियम १. सब सत्य विद्या और जो पदार्थ विद्या से जाने जाते हैं, उन सबका आदि मूल परमेश्वर है । २. ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनन्त, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करनी योग्य है ।…
आर्य वीर दल की नियमावली का अध्ययन करने के लिए निम्नलिखित लिंक क्लिक करें – https://drive.google.com/file/d/1EU3MvgsZKohn5-JSAcP3g8ktmtTPOkju/view?usp=drive_link
संगठन के कार्य को गति देने के लिए व्यवस्थित कार्य योजना १- संगठन के कार्य को व्यवस्थित रूप से करने के लिए पूरे जनपद के कर्मठ आर्य जनों की एक कार्यकारिणी बनायें। जिसमें आर्य वीर दल और आर्य समाजों के द्वारा प्रशिक्षित वैदिक सिद्धान्तों को जानने और मानने वाले हों। जनपद कार्यकारिणी का प्रारूप निम्नलिखित…
आध्यात्मिक प्रवचन आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री (वैदिक प्रवक्ता ) मैं कौन हूँ ? कहां से आया हूँ ? कहां जाऊंगा ? जन्म क्या है ? मृत्यु क्या है ? जीवन क्या है ? जीवन और जीवन की सफलता का आधार क्या है ? इन प्रश्नों का उत्तर जीवन रहते यदि नहीं मिला या उत्तर पाने का…
अथ शालाकर्मविधिं वक्ष्यामः ‘शाला’ उस को कहते हैं—जो मनुष्य और पश्वादि के रहने अथवा पदार्थ रखने के अर्थ गृह वा स्थानविशेष बनाते हैं। इस के दो विषय हैं-एक प्रमाण और दूसरा विधि। उस में से प्रथम प्रमाण और पश्चात् विधि लिखेंगे। अत्र प्रमाणानि— उपमितां प्रतिमितामथो परिमिताम् उत। शालाया विश्ववाराया नद्धानि वि चृतामसि॥1॥ हविर्धानमग्निशालं पत्नीनां सदनं…
महर्षि दयानन्द योगपीठ प्रबन्धन आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ( योगाचार्य, वैदिक प्रवक्ता, लेखक एवं मिशनरी प्रचारक ) संस्थापक / अध्यक्ष / संचालक श्रीमती प्रेमा रानी कनवर ( पुरोहिता एवं योगाचार्या ) सचिव श्रीमती राम जयन्ती ‘निधि’ ( संगीताचार्या एवं भजनोपदेशिका ) कोषाध्यक्ष श्री महावीर वर्मा ( प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी ) संरक्षक सदस्य डॉ॰ नरेन्द्र अग्निहोत्री…
महर्षि दयानन्द योगपीठ न्यास के सहयोगियों का अभिनन्दन – आषाढ़ शुक्ल पक्ष पञ्चमी दिन गुरुवार ( ११ जुलाई २०२४ ) को वेद प्रचार अभियान में विशेष सहयोगियों का अभिनन्दन किया जाना सुनिश्चित हुआ। जिनमें से माता जी उपस्थित हुई, उनका सम्मान किया गया और श्री नीरज आर्य जी का सम्मान दिल्ली आर्य गुरुकुल तिहाड़ गांव…